मेरठ (8 अक्टूबर): दिल्ली से महज कुछ किलोमीटर दूर मरे हुए बच्चे को जिंदा करने के लिए पिछले 72 घंटे से हवन किया जा रहा है। बच्चे की मौत के बाद जब उसे शमशान ले जाया गया तो एक तांत्रिक ने घर वाले को ये कहकर वापिस भेज दिया कि उसका बच्चा फिर से जिंदा हो सकता है।
दिल्ली से सटे मेरठ में एक बच्चे की मौत के बाद पिछले 3 दिनों से इसलिए पूजा की जा रही है क्योंकि बच्चे के परिवार वालों को ये उम्मीद है कि उनका लाडला फिर से जिंदा हो जाएगा। मेरठ के ब्रह्मपुरी इलाके में रहने वाले कपिल मित्तल के इकलौते बेटे की मौत डेंगू की वजह से हो गई थी। घर का इकलौता चिराग 6 साल की उम्र में हमेशा-हमेशा के लिए बुझ गया।
बच्चे की मौत के बाद घर वाले शव को लेकर शमशान पहुंचे। शव को दफनाने से पहले वहां एक युवक ने परिजनों से कहा कि बच्चे के शव को मत दफनाओ, आपका लाडला मर नहीं सकता, आपका बच्चा 52 साल की उम्र तक जिंदा रहेगा। परिवार वालों को इस युवक की बातों पर यकीन हो गया।
तांत्रिक ने बच्चे के शव में जान फूंकने के लिए 72 घंटे तक पूजा पाठ की सलाह दे डाली और परिवार के साथ साथ पड़ोस के लोग भी तांत्रिक की बातों पर यकीन करने लगा। अब इसे अंधविश्वास ना कहे तो फिर क्या कहा जाए। परिवार का दर्द समझा जा सकता है क्योंकि घर का इकलौता चिराग समय से पहले बुझ गया लेकिन पूजा पाठ के नाम पर इस तांत्रिक ने जिस तरह परिजनों को उम्मीद की झूठी किरण दिखाई उसके बाद प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं।
प्रशासन भी इसे धार्मिक मान्यताओं से जोड़ कर देख रही है। मौके पर पुलिस भी पहुंची लेकिन परिजनों से बात कर वापिस लौट आई, जो वाकई चौंकाता भी है और हैरान भी करता है। दर्द में डूबे परिवार को कौन समझाए कि जिसकी एक बार मौत हो जाती है उसमें फिर से जान नहीं लौट सकती।
http://hindi.news24online.com/dead-children-claim-alive-again-57/
No comments:
Post a Comment