दुनिया के कई बादशाही हुक्मों और फरमानों के पीछे जो ताकत काम करती रही
है, वो ताकत दरअसल बादशाही खजानों से निकलती रही है। ये दुनिया का दस्तूर
है कि पैसे की ताकत हर वक्त में सत्ता के बड़े से बड़े शौकीनों को भी
झुकाती रही है। कौन नहीं जानता कि बेशकीमती पत्थरों, सोने-चांदी के अकूत
भंडारों के साथ हीरे-जवाहरातों से भरे बड़े-बड़े तहखानों की खोज में कितनी
सल्तनतें लूट ली गईं, कितनी भटक गईं और कितनी उस खजाने के साथ ही ऐसा
रहस्य बन गईं, जिनका पता आज तक नहीं लग पाया है। आइए जानते हैं, दुनिया के
ऐसे 10 बड़े अकूत खजानों के बारे में जो वक्त के साथ या तो खत्म हो गए,
या लुप्त हो गए या फिर समुंदर की अथाह गहराइयों में आज भी आश्चर्य पैदा
करने वाली कहानियां बन गए।
1.लिमिया का खजाना: 1820 में पेरु के वायसराय ने युद्धजनक स्थितियों
के बीच अपने खजाने को मैक्सिको शिफ्ट किया। हिंद महासागर में 11 जहाजों के
जरिये मैक्सिको ले जाए जा रहे इस खजाने को आखिरकार समुद्री लुटेरों ने लूट
लिया। तब से यह खजाना आज तक रहस्य बना हुआ है। तकरीबन 18 अरब से भी
ज्यादा के इस खजाने की बहुत बार खोज हो चुकी है लेकिन आज तक कुछ हाथ नहीं
आया।
2.द एंबर रूम: एंबर रूम को दुनिया का आठवां अजूबा कहा जा सकता है।
रशियन और जर्मन फाइन आर्ट की पेंटिंग से सजे इस रूम या चैम्बर में छ टन
सोने की परत चढ़ी थी जबकि यह सोने और कीमत पत्थरों से जड़ा हुआ था। इसे रूस
और प्रशिया के बीच शांति स्थापना के बाद 1716 में पीटर द ग्रेट को दिया
गया था। दुनिया में यह खजाना सबसे ज्यादा मांग में रहा। दूसरे विश्व
युद्ध के दौरान जर्मन नाजियों ने इसे समुद्री जहाज से अपने देश ले जाने का
प्रयास किया। बताया जाता है कि उसी दौरान यह कहीं डूब गया। कई लोगों का
मानना है कि यह जर्मनी में ही है। बहरहाल, यह खजाना आज भी दुनिया के लिए
रहस्य ही बना हुआ है।
3.लियोन ट्रैब्यूको का सोना: 1930 के शुरुआती दौर में मैक्सिको के
अरबपति लियोन ट्रैब्यूको ने मैक्सिको के रेगिस्तान में अपना 16 टन गाड़ा
था। अरबपति लियोन और उसके पार्टनर ने तकरीबन 16 टन सोना भाव बढ़ने पर बेचने
के लिए खरीदा था, लेकिन सोना बेचने पर पाबंदी लगने बाद इसे बेचकर ज्यादा
मुनाफा कमाने का लियोन का सपना, सपना ही रह गया। उसके साझेदार की मौत हो गई
और वह भी उसके कुछ साल बाद चल बसा। कमाल है कि मैक्सिको के रेगिस्तान में
कई देशों ने इस खजाने को खोजा, लेकिन यह आज भी रहस्य ही बना हुआ है।
5.नाइट्स टैम्प्लर का खजाना: नाइट्स टैम्प्लर का यह खजाना दुनिया के लिए आज भी सबसे बड़ी पहली और रहस्य बना हुआ है। सन् 1114 को सभी धार्मिक सेनाओं को ईसाई तीर्थ स्थलों की सुरक्षा का आदेश दिया गया। जिसके बाद यूरोप की नाइट टैम्प्लर नाम से पहचाने जाने वाली इस ईसाई सेना को इस काम के लिए कई टन, सोना, बेशकीमती हीरे-जवाहरात दान में मिले। माना जाता है इस सेना को इस काम के दौरान जेरुसलम में क्रिश्चिनिटी का वह विशाल खजाना मिला, जो कभी खो गया था। जानकारों के मुताबिक सेना ने इस खजाने के बारे में दुनिया को बताया ही नहीं। बाद में इस खरबों रुपये के इस खजाने को बहुत खोजने की कोशिश की गई, लेकिन यह मिला आज तक नहीं।
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