फोन पर कोई ऐप्स इन्स्टॉल करना हो, मेल चेक करना हो, गूगल पर सर्च
करना हो इन सभी के लिए इंटरनेट की आवश्यकता होती है। स्मार्टफोन का बेहतर
इस्तेमाल तभी किया जा सकता है, जब उस पर इंटरनेट चलाया जाए। ऐसे में कई
यूजर्स अनलिमिटेड डाटा पैक का इस्तेमाल करते हैं। कई यूजर्स लिमिटेड ऑफर
वाला डाटा पैक यूज करते हैं, लेकिन समय से पहले ही डाटा खत्म हो जाता है।
ऐसे यूजर्स को कुछ आसान टिप्स बता रहा है, जिनके इस्तेमाल से डाटा पैक
जल्दी खत्म नहीं होगा।
गलती नंबर-1
ऐप्स ऑटो अपडेट:
यूजर्स स्मार्टफोन में अपनी जरूरत के हिसाब से कई ऐप्स इन्स्टॉल करता
है। इनमें से कई ऐप्स अपडेट होते रहते हैं। दरअसल जब किसी ऐप का अपडेट
वर्जन आता है तो वह ऑटो अपडेट हो जाता है। इसके बारे में कई यूजर्स को पता
नहीं रहता है। इसके चलते इंटरनेट का डाटा पैक जल्द खत्म हो जाता है। कई
ऐप्स तो ऐसे होते हैं जिनका अपडेट 30- 40MB से भी ज्यादा का होता है। यानी
ऐसे दो से तीन ऐप्स 100MB डाटा को खत्म कर सकते हैं।
क्या करें: सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर में जाकर सेटिंग से ऑटो
अपडेट को बंद कर दें। इसके बाद कोई भी ऐप ऑटो अपडेट नहीं होंगे। सिर्फ
उन्हीं को अपडेट करें, जिनकी जरूरत है। हो सके तो ऐप को अपडेट करने के लिए
वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल करें।
गलती नंबर-2
डाटा की जानकारी नहीं: इंटरनेट डाटा पैक खत्म होने के बाद आपके
मेन बैलेंस से पैसा कटने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि यूजर्स डाटा का
लिमिट सेट कर दे। स्मार्टफोन में इंटरनेट डाटा को इस्तेमाल करने की सेटिंग
होती है। जहां पर आप हर दिन के हिसाब से भी डाटा की लिमिट सेट कर सकते हैं।
इसका फायदा यह होगा कि आपको डाटा खत्म होने की जानकारी रेगुलर मिलती
रहेगी।
क्या करें: अपने स्मार्टफोन में डाटा सेंस एप्लीकेशन का
इस्तेमाल करें। यहां पर आप दिन के हिसाब से डाटा की लिमिट सेट कर सकते हैं।
यानी कितना डाटा खत्म हो रहा है, इसकी जानकारी आपको मिलती रहेगी। साथ ही
यह भी पता चल जाएगा कि आप एवरेज कितना डाटा खत्म कर रहे हैं।
गलती नंबर-3
अनावश्यक नोटिफिकेशन: स्मार्टफोन पर यूजर अक्सर ऐप्स को ओपन
करके छोड़ देते हैं। यानी वे कोई ऐप ओपन करते हैं और फिर उसे बैक करके
मिनिमाइज कर देते हैं। ऐसे में वह ऐप ओपन रहता है और लगातार डाटा पैक खर्च
होता है। जैसे, किसी यूजर्स ने फेसबुक, ट्विटर या फिर कोई ऐप ओपन की और उसे
देखने के बाद बैक कर दिया। ऐसे में वह ऐप बैकग्राउंड में ओपन बनी रहती है।
इससे उस पर तमाम नोटिफिकेशन आते रहते हैं।
क्या करें: जब भी कोई ऐप बैकग्राउंड में ओपन हो, उसे बंद कर
देना चाहिए। सिर्फ जिन ऐप का ज्यादा काम पड़ता है, उन्हें ही ओपन रखें।
इससे मोबाइल डाटा काफी सेव होगा। साथ ही, बैटरी ज्यादा बैकअप देगी।
गलती नंबर-4
बैकग्राउंड डाटा: आपको पता भी नहीं चलता लेकिन बैकग्राउंड में
बहुत से एप्लीकेशन बिना यूज के चल रहे होते हैं, यही इंटरनेट की ज्यादा खपत
का कारण बनते हैं। आप इन्हें बंद कर सकते हैं।
क्या करें: इसके लिए सेटिंग में जाएं और डाटा यूजेज में उपलब्ध
बैकग्राउंड डाटा रिस्ट्रिक्ट पर क्लिक करें। इससे बैकग्राउंड डाटा बंद हो
जाएगा और जब भी आप एप्लीकेशन ओपन करेंगे बस केवल तभी डाटा का इस्तेमाल
होगा।
गलती नंबर-5
2G और 3G का इस्तेमाल: आपका स्मार्टफोन
3G को सपोर्ट करता है, तो सबसे पहले यह तय कर लें कि ऐसे कितने ऐप हैं जो
दो3G नेटवर्क पर काम करेंगे। दरअसल 3G नेटवर्क पर डाटा तेजी से खर्च होता
है, साथ ही बैटरी भी जल्दी डिस्चार्ज होती है।
क्या करें: ज्यादातर ऐप्स 2G नेटवर्क पर बेहरत रिस्पॉन्स करते
हैं। सिर्फ वीडियो स्ट्रीमिंग ऐप्स में ही 3G नेटवर्क की जरूरत होती है।
ऐसे में 2G नेटवर्क का इस्तेमाल ज्यादा करें। जरूरत के वक्त ही 3G नेटवर्क
का इस्तेमाल करें।
गलती नंबर-6
ऑनलाइन ऑडियो/वीडियो: स्मार्टफोन्स पर गाना सुनने के कई ऑनलाइन
ऐप्स हैं, जिनके जरिए आप अपना मनपसंद गाना बिना स्टोरेज के सुन सकते हैं।
हालांकि इन ऐप्स पर सबसे ज्यादा डाटा खत्म होता है। म्यूजिक स्ट्रीमिंग के
दौरान ऑडियो पर कम,लेकिन वीडियो के दौरान बहुत ज्यादा डाटा खत्म होता है।
क्या करें: म्यूजिक स्ट्रीमिंग के जरिए गाना सुनना है तो
वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल करें। इतना ही नहीं यूट्यूब पर भी आप गाना
अस्थायी तौर पर सेव कर सकते हैं, जिसे 48 घंटे के अंदर सुना जा सकता है।
इसके साथ कम रेजोल्यूशन का इस्तेमाल करें।
गलती नंबर-7
वॉट्सऐप पर ऑटो-डाउनलोड: जब कोई यूजर अपने स्मार्टफोन में
वॉट्सऐप को इन्स्टॉल करता है, तो उसमें इमेज ऑटो-डाउनलोड का ऑप्शन ऑन होता
है। ऐसे में वॉट्सऐप पर जो भी इमेज शेयर होती है वह अपने आप मोबाइल में
ऑटो-डाउनलोड हो जाती है। हालांकि ऑडियो, वीडियो का ऑटो-डाउनलोड ऑप्शन बंद
होता है। मोबाइल डाटा इसमें सबसे ज्यादा खत्म होता है।
क्या करें: आप वॉट्सऐप के सेटिंग में जाकर इमेज ऑटो-डाउनलोड को
ऑफ कर दें। बाद में जो काम की इमेज है, उसे क्लिक करें डाउनलोड करें।
इसमें वाई-फाई के जरिए मीडिया डाउनलोड का ऑप्शन भी होता है, जिसे आप ऑल
मीडिया सिलेक्ट कर सकते हैं। ठीक इसी तरह, रोमिंग में भी वाई-फाई से
डाउनलोड का ऑप्शन ऑन रखें।
गलती नंबर-8
इंटरनेट फ्री कॉलिंग: आजकल ज्यादातर मैसेजिंग सर्विस ने अपने
ऐप्स पर फ्री कॉलिंग की सुविधा दे रखी है, फिर चाहे वह वॉट्सऐप ऐप हो या
एफबी या वाइबर हों। इन फ्री लगने वाली कॉलिंग से आपका डाटा ज्यादा तेजी से
खर्च होता है और लोकल कॉल के लिए तो ये बहुत महंगे साबित होते हैं।
हालांकि, इंटरनेशनल कॉल के लिए बेहतर हैं।
क्या करें: हो सके तो ऐप के जरिए कॉलिंग उस वक्त करें जब आप
वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे हों। वाई-फाई नेटवर्क पर वॉइस
क्लीयरिटी भी रहेगी।
गलती नंबर-9
ऑनलाइन गेम: कई यूजर्स को ऑनलाइन गेम्स खेलना पसंद होता है।
इसके लिए वो कई ऐप्स का भी इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं इन
गेम्स को खेलने के दौरान बहुत से ऐड नीचे आते रहते हैं। यह ऐड आपके डाटा की
खपत करते हैं।
क्या करें: जब भी आप स्मार्टफोन पर गेम्स खेल रहे हैं तो सबसे
पहले मोबाइल का डाटा बंद कर दें। ऐसे में इन गेम्स के दौरान किसी तरह के ऐड
नहीं आएंगे और डाटा सेव होगा।
गलती नंबर-10
डाटा का गलत इस्तेमाल: मोबाइल पर ऑनलाइन आर्टिकल्स पढ़ने के
शौकीन यूजर्स का डाटा भी जल्द खत्म होता है। आर्टिकल्स पढ़ने के लिए हम जिन
ब्राउजर्स का इस्तेमाल करते हैं उन पर ढेर सारे ऐड आते हैं। साथ ही,
आर्टिकल जितना लंबा होता उतना ज्यादा डाटा खत्म होगा।
क्या करें: इसके लिए ब्राउजर कम्प्रेशन का इस्तेमाल करना
चाहिए। गूगल क्रोम ‘रिड्यूस डाटा यूजेज’ (Reduce data usage) देता है,जिस
पर वेब पेज का साइज कम होता है। जो आपके मोबाइल का डाटा भी सेव करता है।
ठीक ऐसे ही ओपेरा भी वीडियो को कम्प्रेस करके प्ले करता है, जिससे डाटा सेव
होता है।
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